Wednesday, August 17, 2016

Prahasan

आज रात्रि मैंने एक  विचित्र सपना  देखा क़ि मुझे मच्छरों की बोली समझने की शक्ति प्राप्त हो गयी है । मुझे बाहर से मच्छरों की आवाज का शोर सुनाई दे रहा था और लग रहा था जैसे आस पास कोई बड़ी सभा हो रही हो । देखा क़ि मेरे किचिन गार्डन में मच्छरों की एक मीटिंग   चल रही है । वक्ता  लोग अपनी अपनी उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं । मलेरिया फ़ैलाने से लेकर डेंगू फ़ैलाने तक सबका व्यौरा पेश किया जा रहा है । तभी एक वक्ता अपने द्वारा फैलाये गए डेंगू का स्कोर बताते हुए मूंछों पर ताव देता है और ऐसे मच्छरों को पद्मश्री जैसे किसी सम्मान को देने की मांग करने लगता है । उसके इस प्रस्ताव का उपस्थित मच्छरों के भीड़ ध्वनिमत से जोशीला समर्थन करती है  । इसके बाद मंच पर आकर संचालक  घोषणा करता है   क़ि अब मीटिंग में अध्यक्ष महोदय द्वारा  इस साल की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया जायेगा । सभी से शांति बनाये रखने की अपील करता है  । तभी एक नेतानुमा मच्छर अपनी लिखित रिपोर्ट हाथ में लिए प्रकट होता है और अपना सम्बोधन प्रारम्भ करता है ।
             भाइयो और बहनो हमारे संगठन द्वारा इस वर्ष रूटीन कार्यों के अतिरिक्त एक विशेष अभियान चलाया गया है । कुछ वर्ष पूर्व ही खोजी गयी डेंगू नामक ब्रह्मोस मिज़ाइल का  प्रयोग राजधानी दिल्ली में प्राथमिकता से  करने का महत्वाकांक्षी निर्णय लिया  गया है । हमारे मच्छर संगठन को यह डिसीजन इसलिए लेना पड़ा क्योंकि  दिल्ली की केंद्रीय सरकार में एक ऐसा आदमी  प्रधानमंत्री बन गया है जो हमारी कौम के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है ।  यह आदमी   सब जगह साफ़ सफाई  रखने की सलाह देता है और इसके लिए पूरे मानव समाज में जागरूकता लाने की बात करता है  यदि उसकी बात लोगों ने मानली तो समझो हमारी मच्छर जाति के समक्ष गंभीर समस्या उत्पन्न हो जायेगी यहां तक क़ि हमारी जाती का  अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा । इससे पहले जो पार्टी सत्ता में थी उसने ऐसे आदमी को प्रधानमंत्री बनाया था जो ऐसी छोटी मोटी  बातों की कोई चिंता नहीं करता था परिणाम ये था क़ि फैसले भी फटाफट होते थे । बस  पत्रावली हाईकमान से टिक होकर आई तो समझो प्रधान मंत्री के भी  दस्तखत  होगये । हाईकमान भी रॉयल किस्म का था उनका काम होता  रहे फिर रोग फैले या गन्दगी  उनको कोई मतलब नहीं रहता था । मानवों का यह नया नेता तो खुद साफ़ सफाई करने लगता है झाडू हाथ में उठा लेता  है और फिर सबसे अपने आस पास सफाई रखने की बात करता है । आप लोग सोचिये अगर ऐसा होगया तो हम मच्छरों को तो मुंह छुपाने की जगह भी नहीं मिलेगी । इसलिए हमने तय किया है क़ि आक्रामक रुख अपनाया जाय जिसके तहत डेंगू मिसाइल से सुसज्जित हमारे  सभी खतरनाक कमांडो राजधानी दिल्ली में ही डेंगू फ़ैलाने का कार्य करें । और हमें यह बताते हुए हर्ष हो रहा है क़ि इसके बहुत अच्छे परिणाम सामने आये हैं तथा दिल्ली में चारों ओर  हमारा डंका बज रहा है । दिल्ली के राजनीतिक हालात भी हम मच्छरों के पक्ष में हैं क्योंकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार एक दूसरे को ही दोषी ठहराने में लगी रहतीं हैं उन्हें बचाव करने में विशेष रूचि नहीं है । उसने यह भी घोषणा की क़ि हमारा अगला लक्ष्य  बिहार होगा क्योंकि लोगों के चुनाव में व्यस्त होजाने पर वहां डेंगू फ़ैलाना आसान रहेगा और हमारे मच्छर लोग अपना काम निर्बाधरुप से करते रहेंगे ।
           इसके बाद डेंगू फ़ैलाने में सर्वाधिक सफल मच्छरों का स्वागत किये जाने का कार्यक्रम  शुरू होगया । उनको मंच पर  बुला बुलाकर प्रशस्तिपत्र दिए गए । जिस मच्छर ने सबसे अधिक लोगों में डेंगू फैलाया था उसे स्वर्णपदक देकर उसकी उपलब्धि की सराहना करने के पश्चात् उससे अपने अनुभव व तरीके सबको बताने के लिए कहा गया जिससे उसके अनुभव का अन्य  मच्छर लाभ उठाकर अधिक प्रभावी हो सकें  । अपने अनुभव साझा करते हुए उस  पुरुष्कृत मच्छर का कहना था क़ि मनुष्यों को हमारी यह गोपनीय बात क़ि डेंगू का मच्छर रात में नहीं काटता है लीक होगयी थी जिससे वे दिन में सतर्क रहने लगे थे  । पर उसने रात के अँधेरे में ही कई मनुष्यों का शिकार किया और मनुष्यों की सतर्कता को नाकाम कर दिया । प्यार और दुश्मनी में सब जायज होता है यह मनुष्यों का बनाया हुआ ही नियम है जिसका प्रयोग उसने उन्हीं के विरुद्ध किया था  । सभा में उपस्थित मच्छर समुदाय ने उसकी बुद्धिमत्ता और प्रतिउत्पन्नमति की करतलध्वनि से भूरि भूरि प्रसंशा की थी ।
                   नींद खुलने पर मैं काफी समय तक समझ ही नहीं पाया था क़ि यह सब क्या हो रहा था । इस घटना की पुष्टि हेतु मैं अपने  गार्डन की ओर दौड़ा जाकर देखा तो वहां  पर ऐसा कुछ भी दिखाई नही दिया था ।
         


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