कश्मीर की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है. हमारे नेताओं ने इस समस्या को हल करने में जो गलतियाँ कीं थीं उनका दुष्परिणाम सामने आरहा है. वहां के लोगों को इतनी सारी सुविधाएँ देने के बावजूद इस प्रकार का रवैया चिंताजनक है. अब सख्त कदम उठाने के अतिरिक्त कोइ विकल्प शेष नहीं रहता है
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