Wednesday, December 16, 2009

exciting क्रिकिटर

वीरेंदर सहवाग द्वारा एक बार फ़िर धमाकेदार परी खेलकर दिखा दिया है किवास्तव में वह बहुत उम्दा खिलाड़ी है। वह कभी रिकार्ड बनानेके लिए नहीं खेलता है ,रिकार्ड तो ख़ुद व ख़ुद बन जाते हैं। भारत की तरफ़ से तिहरे सतकलगाने वाला वह अकेला खिलाड़ी है वह भी एक नहीं दो बार। सबसे तेज २५० बनाने वाला विश्व रिकार्डधारी तथा उसके पञ्च दोहरे शतक सबसे तेज बनाए गए दस शतकों में शामिल हैं। वनडे में केवल औसत की बात करना पूरी तस्बीर नहीं दिखाता है क्योंकि यदि तुक तुक करके बनाए गए रन किसी काम के नहीं होते जबतक कि बहुत कम स्कोर उया बनाना हो। अतः सहवाग की महानता इन सब बात का ध्यान रखते हुए आक्नी चाहिए।

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